पश्चिम बंगाल सरकार ने 10वीं की परीक्षा के दौरान इंटरनेट बंद किया
पश्चिम बंगाल (West Bengal) में राज्य बोर्ड 10वीं की परीक्षाएं 7 मार्च से शुरू हो गईं. इन परीक्षाओं में 6,21,931 छात्रााएं और 4,96,890 छात्र हिस्सा ले रहे हैं. हालांकि इन परीक्षाओं की इस बार चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में इन परीक्षाओं के दौरान इंटरनेट सेवाएं (Internet Service) बंद कर दीं. आधिकारिक आदेश के जरिए किसी भी परीक्षा के दौरान इंटरनेट बंद करने का देश में अपनी तरह का यह पहला मामला है. इसीलिए यह सवाल हो सकता है कि आखिर सरकार को यह कदम उठाने की जरूरत क्यों पड़ी? और वह इससे क्या हासिल करना चाहती है? राज्य सरकार ने जो आदेश जारी किया है, उसके मुताबिक, ‘मार्च की 7, 8, 9,11, 12, 14, और 16 तारीखों को इंटरनेट बंद रहेगा. इंटरनेट सेवाएं (Internet Services) बंद रहने की अवधि सुबह 11 बजे से शाम 3.15 तक होगी.’ सरकारी आदेश में कहा गया है कि भारत का संविधान (Constitution of India) भारतीय नागरिकों के लिए अभिव्यवक्ति की आजादी (Freedom of Expression) का प्रावधान करता है. लेकिन उसी के साथ जरूरत पड़ने पर कुछ प्रतिबंधित कदम उठाने की सरकारों को आजादी भी देता है. उसी भावना के अनुरूप सरकार ने तय तारीखों में, निश्चित अवधि के लिए अस्थायी रूप से इंटरनेट बंद रखने का फैसला किया है. आदेश में यह भी कहा गया कि फोन कॉल, मैसेज सेवाओं के साथ ही अखबारों का प्रसार भी, पहले की तरह जारी रहेगा, इसलिए यह नहीं मानना चाहिए कि सूचना-संचार या प्रसार पर कोई रोक लगाई गई है. या उसे बाधित किया गया है. सरकार ने आदेश में इंटरनेट बंद करने का कारण भी बताया. इसके मुताबिक, खुफिया सूचनाएं हैं कि परीक्षाओं के दौरान इंटरनेट सेवा और इंटरनेट टेलीफोन सेवा का इस्तेमाल गैरकानूनी गतिविधियों में किया जा सकता है. कुछ संवेदनशील स्थानों में यह खतरा ज्यादा है. ये सूचनाएं सरकार को इस तरह का निर्णय (Stopping Internet Services) लेने का आधार देती हैं परीक्षाओं में कोई बाधा उत्पन्न न हो, कानूनन इस काम में लगाए गए किसी व्यक्ति को कोई चोट न पहुंचे, सार्वजनिक शांति-व्यवस्था भंग न हो, इसलिए इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है. पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा मंडल (WBBSE) ने 2021 में कोरोना महामारी की वजह से 10वीं, 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी थीं. लेकिन 2020 में 10वीं की परीक्षा शुरू होते ही वॉट्स ऐप कुछ प्रश्न पत्रों की तस्वीरें प्रसारित हुई थीं. हालांकि बोर्ड ने बाद में दावा किया था कि पेपर लीक नहीं हुआ है. इसी तरह 2019 में भी बंगाली भाषा, मैथ, अंग्रेजी, लाइफ साइंस के पेपर वॉट्स ऐप पर लीक हुए थे. तब बोर्ड (WBBSE) ने स्पष्टीकरण देना पड़ा था कि लीक हुए प्रश्न पत्र वे नहीं हैं, जो परीक्षा के दौरान बांटे गए हैं.
इससे पहले 2021 में राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) की प्रारंभिक परीक्षा के दौरान इंटरनेट सेवा सुबह 9 बजे से दोपहर बाद 1 बजे तक के लिए बंद की गई थी. जयपुर में तो कुछ देर के लिए मैसेज और सोशल मीडिया पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था. हालांकि यह कवायद औपचारिक आदेश के जरिए नहीं हुई थी. मतलल पश्चिम बंगाल पहला राज्य है, जहां परीक्षा के दौरान औपचारिक आधिकारिक आदेश के जरिए इंटरनेट सेवा बंद की गई है.